ग्राम भोथली, थाना/तहसील एवम जिला बालोद (छ ग) के गरीब मजदूर किसान गणेश राम साहू एवम हुबलाल को ग्राम प्रमुखो द्वारा कोटवार सोहन लाल सोनवानी के माध्यम से गाँव मे मुनादी करवा कर हुक्कापानी (गहिरा, नाई, लोहार, दुकान वगैरह से लेन-देन) बंद करवा दिया गया है, जिसके कारण उन लोगों का गाँव मे रहना व जीना दूभर हो गया है।
बालोद। भारत को दुनिया की महान लोकतंत्र की उपाधि प्राप्त है और हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में संविधान के अनुसार लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए सारी व्यवस्था की गई है। हां देश की न्यायपालिका को लेकर हमारे कुछ बुद्धिजीवी वर्ग समय-समय पर सवाल उठाते रहे हैं और सवाल उठाना और सवालों का जवाब प्रस्तुत करना ही हमारी मौलिक अधिकारों का जनक है और लोकतंत्र की खुबसूरती भी।
हमारे देश में नारीयो को देवी का दर्जा प्राप्त है और हो भी क्यों नहीं, आखिर नारी अपने जीवन में कितनी जिम्मेदारीयो का निर्वहन करती है, हम सभी को इन जिम्मेदारियों का सम्मान करते हुए नारी का भी मान और सम्मान करना चाहिए। देश में नारी को अबला जानकर नारीयो का शोषण करने वाले लोगों को देश में और समाज के बीच में कभी सम्मान नहीं मिला है लेकिन यह भी सत्य है की समाज के बीच में बैठ कर कुछ लोगों ने नारियों के मान और सम्मान पर समय-समय में गहरा आघात किया है जिसके बानगी बीते दिनों बालोद जिला के बालोद थाना क्षेत्र के भोथली गांव में देखने को मिला।
आपको बता दें की भोथली निवासी एक युवक जो की अपने परिवार के साथ अपने बच्चों के पेट में दो वक्त की रोटी नसीब हो सके यह सोंचकर मुंबई महाराष्ट्र चला गया जहां पर मजदूरी करते हुए अपने परिवार का भरण पोषण करने लगा। युवक की पत्नी अपने पति के गैरहाजिर में पुरे परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर रख कर गांव में हंसी खुशी जीवन जी रही थीं। उनकी हंसती खेलती जीवन में गांव के एक युवक को नागंवार गुजरा और महिला से उनके पति के गैरहाजिर में उक्त महिला के साथ छेड़छाड़ करने लगा।
ज्ञात हो की कोरोना वायरस से संक्रमण के चलते प्रदेश के देश के सभी राज्यों से मजदूरो की घर वापसी हुई महिला के पति भी मुंबई से इस दौरान घर आया जिसके बाद महिला ने युवक के द्वारा छेड़छाड़ करने की बात अपने पति को बताई। महिला के पति ने अपनी पत्नी के साथ युवक के द्वारा छेड़छाड़ की बात को सुनकर उक्त युवक के साथ कहा-सुनी हो गई और कहा-सुनी, मार-पिटाई में तब्दील हो गई। जिसकी बालोद थाना में दोनों पक्षों की ओर से शिकायत की गई और बालोद पुलिस के द्वारा दोनों पक्षों के ऊपर कार्यवाही की थी। आरोपी युवक के खिलाफ थाना में मामला दर्ज किए जाने से नाराज़ होकर गांव के प्रमुख व प्रभावशाली लोगों ने ग्राम कोतवाल के माध्यम से पूरे गांव में मुनादी कराते हुए अनोखा फरमान जारी किया है, जो कि कानून के किताब से परे है इससे पहले आपको दे कि; गांव के लोगों के द्वारा उक्त महिला और उनके पति को लगभग एक लाख बीस हजार रुपए दंड के रूप में जमा करने की दबावपूर्ण फैसला भी सुनाई गई थी। जिस पर पीड़ित पक्ष की ओर से उक्त राशि जमा नहीं की गई जिसके चलते गांव के प्रमुख लोगों के साथ प्रभावशाली लोगों ने कोटवार के माध्यम से फरमान जारी किया है जिसकी बानगी आप वीडिओ में साफ देखें और स्वंय विचार करें की कानून के हाथ कितनी लंबी होती है और यदि लंबी होती है तो इस तरह के अपराध समाज में अब तक कैसे व्याप्त है ?