बालोद। जिला में अवैध रूप से हरे-भरे पेड़ों की अवैध कटाई और कारोबार किसी से छुपी नहीं है। जिस तरह से जिला के प्राकृतिक आकृति को लकड़ी के अवैध कारोबारियों ने तहस-नहस करने की लगातार प्रयास किये जा रहे हैं उस स्थति को देखकर सुकमा जिले के बेटी, जो वर्तमान समय में बालोद जिला के गुरूर विकासखंड क्षेत्र के गंगोरीपार पंचायत की सरपंच है आशादेवी देवदास जो पेंड़ो की अंधाधुंध कटाई को लेकर चिंतित होते हुए लोगों से गुहार लगाई है की एक पेड़ सौ पुत्रों के सामन होती है ऐसा कहा जाता है लोग सिर्फ अखबारों की सुर्खियो में बने रहने के लिए वृक्षारोपण ना करें बल्कि पेंड़ और पौधौ को अपने बच्चों के सामन पोषित करने के लिए सजग होकर पौधे रोपन करें, साथ ही कुदरत के अनमोल धरोहर और प्राकृतिक सुंदरता की कौशल को यथा बनाये रखने के लिए लोग बड़ी मात्रा में वृक्षारोपण करें।
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ग्राम पंचायत गंगोरीपार की धरा पर वृक्षारोपण के कार्यक्रम को सफल बनाते हुए जनपद पंचायत गुरूर के जनपद सदस्य श्रीमती राजश्री यादेश्वर श्रत्रिय के साथ ग्रामीणों ने रोपे फलदार पौधे जिसमें ग्रामीणों ने बड़ी उत्सुकता के साथ भाग लेते हुए पौधे लगाए साथ ही पेंड़ो की गैर जरूरी कटाई के लिए ग्रामीणों ने कसम खाई है की भविष्य में पेंड़ो की कटाई जनभागीदारी के तहत अभियान चलाकर लोगों को पेंड़ो की कटाई के लिए सजग किया जायेगा और पंचायत क्षेत्र में वृक्षारोपण के कार्य को बढ़ावा देने के लिए जागरुकता के लिए लोगों के घर-घर से पौधे रोपे जाने की बात कही है जिसके चलते भविष्य में गांव पूरी तरह से हरी और भरी रहते हुए प्राकृति की अनमोल धरोहर की छटा गंगोरीपार पंचायत के चारों ओर बिखरे। |